कई दिनों तक ये सिलसिला चलता रहा और एक दिन .मेरे सपने में एक लड़का आया। वो लड़का मुझे प्यार कर रहा था । अगले ही दिन वो ही लड़का मुझे आपनी क्लास में दिखा। में हेरान थी की इस लड़के को जब में जानती नही तो मुझे इसका सपना कैसे आया। धीरे धीरे एक दिन न्यू इयर आ गया। में और मेरी फ्रेंड बहार खडे हुए थे । क्लास का टाइम जैसे ही हुआ हम अन्दर चले गये। मेने जैसे ही आपना बैग बुक निकलने के लिए खोला उस में से एक लव लेटर निकला जिस पर लिखा था हैप्पी न्यू इयर एंड इ लवयू । में देख कर घबरा गयी । लेकिन सोचने लगी की कोन हो सकता है। फिर एक दिन मुझे फिर सपना आया और इस बार मेरे सपने ----------------
सपने पूरे होने पर ही टिप्पणी संभव है।
ReplyDeleteसादर
श्यामल सुमन
09955373288
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shyamalsuman@gmail.com
आप पोस्ट को एक तार्किक विराम दें। ऐसे ही कहीं न रोक दें।
ReplyDeleteब्लॉग संसार में स्वागत है। word verification रखा हो तो हटा दें। एक अनुरोध है बस।
उफ़.
ReplyDeleteकहानियां अक्सर ही अधूरी ही क्यों रह जाती हैं?
फिर उन्हें पूरा करने में, या इस ही इच्छा में तमाम उम्र गुज़र जाती है।
सुस्वागतम्....
sapna tut gya. narayan narayan
ReplyDeleteक्या हुवा....................आगे भी तो लिख देतीं ............
ReplyDeleteब्लॉग जगत में आपका स्वागत है
ReplyDeletesapne wali baat kisi se mat kahna
ReplyDeletekaise beeti raat, kisi se mat kahna
kahan se badal utha,kahan tak ja pahunca
aur kahan hui barsaat kisi se mat kahna
WISH YOU ALL THE VERYBEST
जब भी कोई बात डंके पे कही जाती है
ReplyDeleteन जाने क्यों ज़माने को अख़र जाती है ।
झूठ कहते हैं तो मुज़रिम करार देते हैं
सच कहते हैं तो बगा़वत कि बू आती है ।
फर्क कुछ भी नहीं अमीरी और ग़रीबी में
अमीरी रोती है ग़रीबी मुस्कुराती है ।
अम्मा ! मुझे चाँद नही बस एक रोटी चाहिऐ
बिटिया ग़रीब की रह – रहकर बुदबुदाती है
‘दीपक’ सो गई फुटपाथ पर थककर मेहनत
इधर नींद कि खा़तिर हवेली छ्टपटाती है ।
@Kavi Deepak Sharma
http://www.kavideepaksharma.co.in
http://www.kavideepakharma.com
http://shayardeepaksharma.blogspot.com
namaskar mitr,
ReplyDeleteaapki saari posts padhi , aapki jo bhaav abhivyakti hoti hai ..wo bahut gahre hote hai .. aapko dil se badhai ..par sapno ko poora to likhiye
dhanyawad
meri nayi kavita " tera chale jaana " aapke pyaar aur aashirwad ki raah dekh rahi hai .. aapse nivedan hai ki padhkar mera hausala badhayen..
http://poemsofvijay.blogspot.com/2009/05/blog-post_18.html
aapka
Vijay